मजबूरी और सरकार बचाने वाला है बजट’, उत्तराखंड को मिला ‘ऊंट के मुंह में जीरा’: करन माहरा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यानी 23 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2024-25 का आम बजट पेश कर दिया है. इस बजट में उत्तराखंड के लिए आपदा पैकेज की घोषणा भी की गई है. वहीं, बजट को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे को घेर रहे हैं. एक तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बजट को ऐतिहासिक बताया है तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने बजट को निराशाजनक बताया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बजट को ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने बजट को मोदी सरकार का कल्याणकारी बजट बताया है. इधर, कांग्रेस पार्टी ने इस बजट को मजबूरी और सरकार बचाने वाला बजट बताया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में यह निराशाजनक बजट है. उत्तराखंड को बड़ी उम्मीद थी कि अग्निपथ योजना में कुछ परिवर्तन किए जाएंगे, लेकिन इस योजना के लिए बजट में प्रावधान नहीं किया गया.
करन माहरा ने कहा कि कई लोग सरकारी नौकरियां कर रहे हैं. ऐसे में लोग उम्मीद कर रहे थे कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए बजट का प्रावधान होगा और पुरानी पेंशन दोबारा लागू होगी. बजट में इसको भी दरकिनार किया गया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की केंद्रीय पोषित परियोजनाएं ठप पड़ी हुई है.
उम्मीद थी कि बजट में ठप पड़ी परियोजनाओं के लिए धन आबंटित होगा और ये योजनाएं दोबारा शुरू होंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में केवल आपदा के लिए कुछ पैसा दिया गया है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है.
माहरा ने कहा कि टनल और अन्य विकास कार्यों की वजह से जोशीमठ को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन जोशीमठ और दरकते हुए पहाड़ों के लिए अलग से बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया. बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार के लिए जो पैसा दिया गया है, वो कहीं न कहीं सरकार को बचाने का प्रयास है. ताकि, बैसाखियां न टूट सके.
आम बजट को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गई है. दोनों ही पार्टियां बजट को लेकर अपने-अपने तरीके से बयानबाजी कर रही है. बीजेपी जहां इस आम बजट को गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए लाभदायक बता रही है तो वहीं कांग्रेस आम बजट को लेकर सरकार से नाराज दिखाई दे रही है.
ऋषिकेश के आम नागरिक भी बजट से खुश नहीं हैं. व्यापारी वर्ग भी बजट को निराशाजनक बता रहे हैं. आम बजट के मामले में बीजेपी नेता आशुतोष शर्मा का कहना है कि सरकार ने सभी वर्गों का ख्याल बजट में रखा है. इस बजट से भविष्य में युवा और महिलाओं को काफी लाभ मिलेगा.
वहीं, व्यापार मंडल के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता ललित मोहन मिश्रा ने कहा कि बजट जनता के अनुरूप नहीं है. बजट में आम लोगों के लिए कम से कम पांच लाख तक की आय वाले को टैक्स फ्री की श्रेणी में रखना चाहिए था. इसके अलावा कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने भी बजट को निराशाजनक बताया है.